निर्माण में सहयोग के लिए निधि समर्पण अभियान शुरू
अयोध्या में राम मंदिर के कूपन 15 जनवरी और 27 फरवरी के बीच ही मिलेंगे, मंदिर निर्माण 11 सौ करोड़ रु. की लागत अनुमानित
इंदौर। अयोध्या में बन रहे श्रीरामलला के भव्य मंदिर के निर्माण मंे केवल पत्थरों का ही प्रयोग होगा, सीमेंट और लोहे का उपयोग नहीं होगा। निर्माण में सहयोग के लिए निधि समर्पण अभियान शुरू होगा, उसमें 1 हजार, 100 एवं 10 रु. के कूपन 15 जनवरी के बाद ही लोगों तक पहुंचेंगे। यदि इसके पहले कूपन बाजार में आते हैं तो उन्हें नकली माना जाए। 27 फरवरी के बाद आने वाले कूपन नकली होंगे।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि ने गीता भवन में संवाददाताओं से चर्चा कहा कि निर्माण तीन से साढ़े तीन साल की अवधि में होने की उम्मीद है। संपूर्ण मंदिर बनाने में समय लगेगा तो पहली मंजिल पर गर्भगृह में रामलला को विराजित कर भक्तों के लिए दर्शन प्रारंभ कर दिए जाएंगे। काम जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
मंदिर 2.7 एकड़ पर बनेगा, पांच शिखर होंगे
उन्होंने कहा प्रस्तावित मंदिर तीन मंजिलों का होगा। हर मंजिल की ऊंचाई 20 फीट होगी। मंदिर की कुल ऊंचाई 161 फीट, लंबाई 360 फीट एवं चैड़ाई 235 फीट होगी। मंदिर के पांच शिखर होंगे। तीनों मंजिलों मंे कुल 160 स्तंभ लगाए जाएंगे। मंदिर 2.7 एकड़ भूमि पर बनेगा। मंदिर का परकोटा 108 एकड़ भूमि पर बनेगा, जिसमें यज्ञशाला, सत्संग भवन, संग्रहालय, अनुसंधान केंद्र, प्रदर्शनी, अतिथि भवन सहित अत्याधुनिक स्तर की अनेक सुविधाएं रहेंगीं। मंदिर के निर्माण में कुल 11 सौ करोड़ रु. की राशि का खर्च अनुमानित है, इसमें अब तक केवल 100 करोड़ रु. संग्रहित हुए हैं। शेष राशि के लिए धन संग्रह अभियान चलाया जा रहा है।
विश्व की सांस्कृतिक राजधानी बनाने का प्रयास
मंदिर की डिजाइन के बारे में बताते हुए कहा हम अयोध्या को विश्व की सांस्कृतिक राजधानी बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए देश-विदेश में रहने वाले राम भक्तों को जोड़ने के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रयास किए जा रहे हैं। यह केवल मंदिर निर्माण नहीं, अजेय राष्ट्र मंदिर के निर्माण का अभियान है। इसके लिए 11 करोड़ हिंदू परिवारों से संपर्क कर चार लाख लोगों तक पहुंचने का अभियान 15 जनवरी से 27 फरवरी तक चलाया जाएगा। यह राष्ट्रीय चेतना का मंदिर होगा। केवल मंदिर ही नहीं, हम विदेशों में रहने वाले राम भक्तों से भी अपना संपर्क बनाएंगे और उनका भी सहयोग प्राप्त करेंगे।